आवंला:- आवंला एक मझोले प्रकार के पर्णमोची वृक्ष प्रजाति का उद्भिज है।
औषिधीय गुण
1. आवंला में पर्याप्त मात्रा में विटामिन C रहता है। दांत के मसूड़े फूल जाने पर यह काफी लाभकारी होता है।
2. सूखे हुए आवंला पेट की गड़बड़ी, रक्त क्षरण और आमाशय को बंद करने में सक्षम है।
3. उल्टी-उल्टी का भाव उत्पन्न होने पर एवं पेट के विभिन्न रोगों के लिए आवंला उपकारी है।
4. आवंला का बीज हफनी, पित्तरोग और फेफड़े के रोग के लिए उपकारी है।
5. अनीमिया और कैंसर प्रतिरोध में आवंला काफी लाभकारी है।
औषिधीय गुण
1. आवंला में पर्याप्त मात्रा में विटामिन C रहता है। दांत के मसूड़े फूल जाने पर यह काफी लाभकारी होता है।
2. सूखे हुए आवंला पेट की गड़बड़ी, रक्त क्षरण और आमाशय को बंद करने में सक्षम है।
3. उल्टी-उल्टी का भाव उत्पन्न होने पर एवं पेट के विभिन्न रोगों के लिए आवंला उपकारी है।
4. आवंला का बीज हफनी, पित्तरोग और फेफड़े के रोग के लिए उपकारी है।
5. अनीमिया और कैंसर प्रतिरोध में आवंला काफी लाभकारी है।
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